तुझे क्या बीती हुई रातों से
मुझे क्या खोई हुई बातों से
सेज नहीं, चिता सही जो भी मिले सोना होगा, ओ
गई जो डोरी छूटी हाथों से
हो, लेना क्या टूटे हुए साथों से
खुशी जहाँ माँगी तूने, वहीं मुझे रोना होगा
ना कोई तेरा, ना क��ई मेरा, फिर किसकी याद आयी?
हो, किसका रस्ता देखे, ऐ दिल, ऐ सौदाई?
मीलों है खामोशी, बरसों है तनहाई